आज की चर्चा का विषय poem on brother in Hindi है हर बहन के लिए उसका भाई पिता के समान होता है। भाई छोटा हो या बड़ा, बहन बहुत प्यारी होती है। बहन भी भाई को बहुत प्यारी होती है। बचपन में भाई-बहन बहुत लड़ते हैं। और कभी-कभी आपस में नाराज हो जाते हैं। लेकिन फिर भी बहन भाई एक दूसरे के पूरक हैं। बहन ने अपने प्यारे भाई के लिए विभिन्न कविताएँ लिखी हैं।
यहां हम भाई बड़े छोटे भाई पर कविता पर कुछ भाई पर कविता कविता प्रदान कर रहे हैं। बहनें जो अपने भाइयों के लिए गा सकती हैं उन्हें भेज सकती हैं रक्षाबंधन और भाई दूज जैसे त्योहारों पर बहनें अपने भाई के लिए कविता गाकर अपने बड़े भाई को मना सकती हैं। उन्हें खुश कर सकते हैं।
poem on brother in Hindi
(1)
हर गम में हर खुशी में साथ हो
मेरे भाई तुम पापा के सिर का ताज हो
आप सभी बहनों की खुशियों का राज
आप रक्षाबंधन (राखी) की शान हैं
पत्थर की तरह सख्त
लेकिन जब मुसीबत आती है तो मोम की तरह पिघल जाते हो।
बिना बताए आपके दिमाग में क्या चल रहा है, आप कैसे जानेंगे?
अपनी बहनों की परेशानियों को अपना समझो
हर गम में हर खुशी में साथ हो
मेरे भाई तुम पापा के सिर का ताज हो
(2)
ये रिश्ता है हंसी मजाक का,
हँसती मुस्कान और उदास आँसुओं से,
छोटी-छोटी बातों पर परेशान होना,
और फिर खुद को स्वीकार करने के लिए,
ये है भाई बहन का रिश्ता…!!
बहन जो भाई की खुशी के लिए हर आंसू छुपाती है,
और बहन की खुशी के लिए हर हद पार करने वाला भाई,
राखी पर अपने प्यार का इजहार करने वाली बहन है,
भाई की कलाई पर धागे में लपेट कर बांध दें।
और भाई वह है जो बहन की परेशानियों का ख्याल रखता है,
इसे देखकर दुनिया के हर बंधन टूट जाते हैं…!!
ये है छेड़ने और छेड़ने का रिश्ता,
शरारत का डिब्बा,
कहीं और अनकही बातों का,
ये है बचपन की यादों का रिश्ता,
ये रिश्ता है प्यार के बगीचे में विश्वास का फूल…!!
जिसकी पंखुड़ियां हर आंसू पीती हैं,
जिसे देखकर चेहरे पर खुशी ही रह जाती है,
किसकी खुशबू है मन में और किसकी तस्वीर है यादों में,
हमेशा के लिए कैद,
ये है भाई का अपनी बहन से रिश्ता,
तेरी कलाई से रिश्ता है मेरी राखी,
ये रिश्ता है भाई दूज के तिलक से,
रिश्ता है भाई बहन का…!!
ये है भाई बहन का रिश्ता…!!
(3)
मेरे प्रिय भाई
हाँ तुम मुझसे छोटे हो
लेकिन आप रिश्ते कैसे निभाते हैं?
जैसे तुम मुझसे बड़े हो
जीवन पथ पर चलना
जब मैं ठोकर खाई
सिर ऊपर देखो
अपने पाई के साथ।
जब तुमने मुझे देखा
मेरा चेहरा गंदा था
आप फिर कभी खुश नहीं होंगे
मुझे खुश करने के लिए
आपका हर प्रयास
एक कदम आगे बढ़ाया
सिर उठाकर देखो
आपके सामने हाथ मिला।
poem on bhai in hindi
(4)
मुझे भाई दूज का पवित्र त्योहार मनाने दो
प्यार भरी अभिव्यक्ति के साथ
तेरी खुशियों के गीत गाऊंगा
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
कितना पवित्र दिन आया
जो भाई बहनों को फिर से मिला
दिल में बह रही है प्यार की गंगा
मैं खुशी के आंसू कैसे छुपा सकता हूं
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
मैं भाई दूज का पवित्र त्योहार मनाता हूं
प्यार भरी अभिव्यक्ति के साथ
तेरी खुशियों के गीत गाऊंगा
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
मेरी तरह बहने के लिए भाग्यशाली
जिसे भगवान ने आपको भाई के गहना के समान दिया है
मैं तुम्हें टीका लगाऊंगा, अपना मुंह मीठा कर दूंगा,
आपकी लंबी उम्र की कामना करता हूँ
मैं तुम्हारे पास जाऊंगा
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
मुझे भाई दूज का पवित्र त्योहार मनाने दो
प्यार भरी अभिव्यक्ति के साथ
तेरी खुशियों के गीत गाऊंगा
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
आरती की थाली सजाऊंगा
रोली और अक्षत के साथ मेरे भाई को तिलक लगाएं
मुसीबत तुम्हारे पास कभी नहीं आई
मैं आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए एक गीत गाऊंगा
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
मुझे भाई दूज का पवित्र त्योहार मनाने दो
प्यार भरी अभिव्यक्ति के साथ
तेरी खुशियों के गीत गाऊंगा
आओ भाई, मैं तुम्हें तिलक लगाऊंगा।
(5)
कुमकुम अक्षत थाली सजाएं
भाइयों पर अटूट प्यार बरसाओ
बहनें आज खुश हैं
भाइयों को प्यार से तिलक करें।
वो बचपन की लड़ाइयाँ
पिछली यादों का ध्यान रखें
प्यार सिर्फ दिल में प्यार है
आज ही भाइयों का आशीर्वाद प्राप्त करें
सुरक्षा के अमूल्य वादे के साथ
बहनों की खाली झोली भर दो
आ गया भाई दूज का शुभ मुहूर्त
फिर क्यों न खुश हों।
भाई दूर रहो या तुम कभी पास हो
बहनें जलाएं खुशियों का दीप
भाई बहन का रिश्ता है खास
आइए आज पर्व धूमधाम से मनाएं।